डॉ. रावत ने श्रीमती बलूनी को याद करते हुये कहा कि वह राज्य आंदोलन की सशक्त पक्षकार थी और पृथक राज्य आंदोलन के दौरान कई बार जेल भी गयी।
डॉ. रावत ने श्रीमती बलूनी के शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हुये, ईश्वर से इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।