रविवार को जीबी पन्त कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में जनपद प्रभारी व कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी की अध्यक्ष्ता में District as Fulcrum of Development विषय पर एक दिवसीय जनपद स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

जिसका उद्देश्य आगामी 05 वर्षों में राज्य के सकल घरेलू उत्पाद को दोगुना करने के लक्ष्य तथा वर्ष 2025 तक राज्य को श्रेष्टतम राज्य बनाने हेतु राज्य सरकार के सशक्त उत्तराखण्ड @ 25 की परिकल्पना को पूरा करना है।

उन्होने कहा केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का क्रियान्वयन जनपद स्तर सही तरीके से होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार के विजन सशक्त उत्तराखण्ड 2025 में जनपद ऊधम सिंह नगर सबसे महत्वपूर्ण रोल रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा अनेक प्रकार के कार्य किये जा रहे हैं, समूहों द्वारा किये जा रहे कार्यों एवं उत्पादों को और अधिक बढ़ावा देने की जरूरत है क्योंकि समूहों द्वारा उत्पादित सामान की मार्केट में दिन-प्रतिदिन मांग बढ़ती जा रही है। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को लखपति दीदी योजना के अन्तर्गत अधिक से अधिक महिलाओं को लखपति बनाया जाये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि किस क्षेत्र में किस फल की अधिक पैदावार हो रही है, फलों की पैदावार के अनुसार उपयुक्त स्थानों को चिन्हित किया जाये ताकि सम्बन्धित फलों की पैदावार को और अधिक बढ़ाया जा सके। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि सभी अधिकारी आपसी समन्वय से कार्य करें ताकि जनता को किसी भी प्रकार परेशानी न हो और सरकारी सम्पत्ति को भी क्षति न हो। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि संसाधनों की कोई कमी नहीं है बल्कि सकारात्मक सोच रखते हुए आगे बढ़ने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमार संकल्प है कि 2025 तक राज्य को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाना है। जनपद प्रभारी मंत्री ने पिछले वित्तीय वर्ष में जिला योजना की शतप्रतिशत धनराशि का उपयोग करने पर बधाई दी।

कार्यशाला में जनपद प्रभारी सचिव डॉ.रंजीत सिंहा ने कहा कि उपलब्ध संसाधनों का अधिक से अधिक उपयोंग किया जाये। उन्होंने कहा कि सभी को एकजुट होकर गंभीरता से कार्य करने की जरूरत है तभी जनपद व प्रदेश को बुलन्दियो पर पहुॅचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि जनता की परेशानियों के निराकरण हेतु प्राथमिकता से रणनीति बनाकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य पर भी विशेष ध्यान दिया जाये।

बैठक में जिलाधिकारी युगल किशोर पन्त ने स्थानीय स्तर पर नियोजन प्रक्रिया को अधिक प्रभावी एवं उपयोगी बनाने के लिए विभागों के अल्पकालिक, मध्यकालिक एवं दीर्घकालिक रोडमैप, अन्तर्विकासखण्डीय विषमताओं का चिन्हीकरण, जनपद के चहुॅमुखी विकास हेतु उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम उपयोग हेतु स्थानीय स्तर पर नियोजन प्रक्रिया, समावेशी विकास, समस्याओं को पहचान कर उसके त्वरित निस्तारण के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

कार्यशाला में मेयर रामपाल सिंह व जिला पंचायत सदस्यों द्वारा भी विकास से सम्बन्धित सुझाव क्षेत्र में किये जा रहे विकास कार्यो के बारे में विस्तार से अवगत कराया गया। 

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा ने जन समस्याओं के निराकरण हेतु शुरू की गई ई-चौपाल कार्यक्रम, 30 सूत्रीय कार्यक्रम सहित विभिन्न विषयों पर विस्तार से जानकारी दी। इसके साथ ही शिक्षा, उद्यान, स्वास्थ्य, ग्राम्य विकास सहित अन्य विभागीय अधिकारियों ने विभिन्न विषयों पर विस्तार से जानकारी दी 

कार्यशाला में सांसद प्रतिनिधि प्रकाश चन्द्र, अमित नारंग, परियोजना निदेशक हिमांशु जोशी, जिला विकास अधिकारी तारा ह्यांकी, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी नफील जीमल, मुख्य शिक्षा अधिकारी आरसी आर्या, मुख्य कृषि अधिकारी एके वर्मा, सहायक निदेशक मत्स्य संजय कुमार छिम्मवाल, जिला पंचायतराज अधिकारी आरसी त्रिपाठी, अधिशासी अभियंता ज्योति पालनी, तरूण शर्मा, जिला प्रोबेशन अधिकारी व्यौमा जैन, जिला सेवायोजन अधिकारी आरके पन्त आदि उपस्थित थे।

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