मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत प्रथम चरण में चिन्हित 16 मन्दिरों की भव्यता के लिए किये जा रहे कार्यों में तेजी लाई जाए।

इन मंदिरों के मार्गों में आवागमन की बेहतर सुविधा के साथ ही अन्य जो भी विकास किया जाना है, उसको सुनियोजित तरीके से समयबद्धता के साथ पूरा किया जाए। ये निर्देश मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के सबंध में बैठक के दौरान अधिकारियों को दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन मंदिरों के आस-पास श्रद्धालुओं के लिए ठहरने के लिए होटल, होम स्टे आदि की भी बेहतर व्यवस्थाएं करनी होंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत जो भी कार्य किये जा रहे हैं, 20 से 25 सालों में इन धार्मिक स्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं की संभावित संख्या को ध्यान में रखते हुए किये जाएं।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत जो मंदिर विकसित किये जा रहे है, श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए आवागमन की और बेहतर सुविधाएं मिले इस दिशा में निरन्तर कार्य किये जायेंगे। इसके लिए रोड़ कनेक्टिविटी को और मजबूत किया जायेगा। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसखण्ड कोरिडोर के लिए सड़कों के चौड़ीकरण, सुधारीकरण एवं डामरीकरण के जो कार्य चल रहे हैं उनमें तेजी लाई जाय।

 

मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत पहले चरण में 16 मंदिरों की भव्यता के लिए कार्य किया जा रहा है। जिसमें जनपद अल्मोड़ा में जागेश्वर महादेव मंदिर, चितई गोलू मंदिर, सूर्यदेव मंदिर कटारमल, कसार देवी मंदिर, नन्दा देवी मंदिर, जनपद पिथौरागढ़ में पाताल भुवनेश्वर मंदिर, हाट कालिका मंदिर, जनपद बागेश्वर में बागनाथ मंदिर, बैजनाथ मंदिर, जनपद चम्पावत में पाताल रूद्रेश्वर, मां पूर्णागिरी मंदिर, मां बाराही देवी मंदिर, बालेश्वर मंदिर, नैनीताल जनपद में नैनादेवी मंदिर, कैंचीधाम मंदिर एवं जनपद उधमसिंहनगर में चैतीधाम मंदिर शामिल हैं।

 

बैठक में मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी सचिव  आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, विनय शंकर पाण्डेय, महानिदेशक सूचना  बंशीधर तिवारी एवं लोक निर्माण विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

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