सदन में आर्थिक सर्वे रिपोर्ट पेशः आंकड़ों की अर्थव्यवस्था में उत्तराखण्ड का हर क्षेत्र में विकास

सदन में आर्थिक सर्वे रिपोर्ट पेशः आंकड़ों की अर्थव्यवस्था में उत्तराखण्ड का हर क्षेत्र में विकास

-प्रति व्यक्ति आय बढ़कर 2 लाख 60 हजार रुपए हुई

-विकास दर पर 7.03 प्रतिशत से बढ़कर 7.58 प्रतिशत पहुंची

बेरोजगारी दर 8.4 फीसदी से घटकर 4.9 फीसदी पर आई

देहरादून: उत्तराखंड की धामी सरकार ने बुधवार को बजट सत्र के तीसरे दिन वर्ष 2023-24 की आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट को सदन के पटल पर रखा है। सरकार द्वारा पेश किए गए इन आर्थिक सर्वे में सूबे की अर्थव्यवस्था सरपट दौड़ती दिख रही है। तमाम मोर्चो पर भारी तेज गति से विकास दिखाते यह आंकड़े बता रहे हैं की बहुत जल्द उत्तराखंड आर्थिक और सामाजिक विकास की दौड़ में अन्य राज्यों को पछाड़कर सबसे आगे निकल जाएगा।

इस आर्थिक सर्वे रिपोर्ट में राज्य की विकास दर और प्रति व्यक्ति आय में ही वृद्धि नहीं दर्शायी गई है बल्कि बेरोजगारी दर में भी भारी कमी आने की बात कही गई है। सर्वे रिपोर्ट के अनुसार राज्य की विकास दर 7.03 फीसदी से बढ़कर अब 7.58 प्रतिशत हो गई है और इसमें आधा फीसदी से भी अधिक का इजाफा हुआ है तथा इसके बहुत जल्द से 8 फीसदी से ऊपर पहुंचने की संभावनाओं को दर्शाया गया है। राज्य में बेरोजगारी दर में इस रिपोर्ट में भारी गिरावट आने की बात कही गई है। रिपोर्ट में राज्य की बेरोजगारी दर जो पहले 8.4 फीसदी थी वह घटकर 4.9 फीसदी ही रह गई है। जो इस बात को दर्शाती है कि राज्य में युवाओं को बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर मिल रहे हैं।

राज्य में प्रति व्यक्ति आय साल दर साल बढ़ती ही जा रही है। वर्तमान आर्थिक सर्वे रिपोर्ट में 12.64 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ अब यह प्रति व्यक्ति आय 2 लाख 60 रूपये सालाना तक पहुंच चुकी है जो राज्य के आर्थिक रूप से मजबूत होते आम आदमी के जीवन को बेहतर होने के संकेत हैं। यही नहीं इस रिपोर्ट में सरकार द्वारा निर्धारित किए गए लखपति दीदी के लक्ष्य को समय से पहले ही आधा प्राप्त कर लिया गया है।

सरकार द्वारा राज्य में जो 1 लाख 25 हजार लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा गया था उसके सापेक्ष अब 68 हजार 516 लखपति दीदी बन जाने का दावा किया गया है। सरकार की आर्थिक रिपोर्ट के आधार पर ही सरकार अपनी भावी जन कल्याण और विकास की योजनाएं बनती है। इस सर्वे रिपोर्ट को लेकर सरकार का उत्साहित होना भी स्वाभाविक है क्योंकि इसमें अर्थव्यवस्था सरपट दौड़ती दिख रही है।

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