उत्तराखंड में आने वाले दिनों में राज्य और जिला सहकारी बैंकों की तस्वीर बदलेगी। वे न केवल राष्ट्रीयकृत और निजी बैंकों से प्रतिस्पर्धा करेंगे, बल्कि ग्राहकों को बेहतर सुविधाएं भी उपलब्ध करा सकेंगे। राज्य सरकार जल्द ही राज्य सहकारी बैंकों में नेट बैंकिंग की व्यवस्था करने जा रही है, इसके साथ ही जल्द ही मोबाइल और डिजिटल बैंकिंग की व्यवस्था भी किसानों के लिए की जाएगी ।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार सहकारिता विभाग की बैठक में मंत्री धन सिंह रावत ने इसके निर्देश दिए है।बताया जा रहा है कि राज्य के सहकारी बैंकों में जल्द नेट बैंकिंग की सुविधा शुरू होगी। सहकारी बैंकों में ग्राहकों के लिए मोबाइल बैंकिंग, ऑनलाइन बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग, टेलीफोन बैंकिंग, क्रेडिट कार्ड, ई-बैंकिंग की सुविधा नहीं है। इसकी वजह से इन बैंकों के ग्राहकों को अधिकतर लेनदेन शाखा से ही करना पड़ता है। लेकिन अब जल्द ही ये सुविधाएं शुरू होने वाली है।
राज्य में एक सहकारी बैंक और दस जिला सहकारी बैंक हैं। दोनों बैंकों से करीब 12 लाख ग्राहक जुड़े हैं। राज्य की 759 सहकारी समितियों के चार लाख किसान भी इन बैंकों से जुडे़ हैं। सहकारी बैंकों में भी सीबीएस सिस्टम, एनईएफटी, आरटीजीएस, एटीएम और डेबिट कार्ड की सुविधा है। इन सुविधाओं के बावजूद ग्राहकों को बैंक की शाखा में जाकर ही लेनदेन करना पड़ता था।