बिहार रेल हादसा मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश, अब तक चार शव बरामद, सामने आए मृतकों के नाम 

बिहार रेल हादसा मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश, अब तक चार शव बरामद, सामने आए मृतकों के नाम 

बक्सर: दिल्ली-हावड़ा डाउन लाइन के रघुनाथपुर स्टेशन के समीप बुधवार की रात तकरीबन 10 बजे एक बड़ा ट्रेन हादसा हुआ जिसमें आनंद विहार टर्मिनल- कामख्या एक्सप्रेस 12506 सुपर फास्ट ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो गई। कई बोगियां पटरी से 30 मीटर की दूरी पर गिरी हुई थी। इस मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश बृहस्पतिवार को दिए। 

अब तक इस ट्रेन दुर्घटना में चार शवों को बरामद किया जा चुका है जबकि मृतकों में तीन के नाम भी सामने आए हैं। करीब 100 से ज्यादा लोग घायल हैं। घायलों में सात की हालत गंभीर बनी हुई है, जिन्हें पटना एम्स भेजा गया है। घुनाथपुर में रेल हादसे के शिकार हुए मृतकों के नाम सार्वजनिक किए गए हैं। मरने वालों में दीपक भंडारी की पत्नी 33 वर्षीय उषा भंडारी, उनकी पुत्री आठ वर्षीय आकृति भंडारी की मौत हुई है। ये लोग आनंद विहार टर्मिनल से चलकर कामख्या जंक्शन जाने वाले थे। 

इस हादसे में दीपक स्वयं तथा उनकी एक अन्य पुत्री अदिति जीवित बच गए हैं जिसका रो-रो कर बुरा हाल है। वहीं अन्य मृतकों में किशनगंज निवासी 27 वर्षीय अबु जाहिद तथा एक अन्य अज्ञात व्यक्ति शामिल हैं। अबु के मित्र ने बताया कि उनके परिजनों को सूचना दे दी गई है जबकि रेल के अधिकारी अज्ञात की पहचान की कोशिश कर रहे हैं। 

ट्रेन यात्रियों ने बताया कि ट्रेन में वह लोग सो रहे थे इसी दौरान तेज झटकों के साथ तेज धमाका हुआ और चीख-पुकार मच गई। मौत का यह नजारा देख सबकी रूह कांप गई। किसी तरह से खिड़कियों के शीशे तोड़कर हमलोग बाहर निकले। स्थानीय लोगों ने बताया कि जब ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हुई तो चार से पांच किलोमीटर दूर तक इसकी आवाज सुनाई दी, भागे-भागे वे लोग घटना स्थल पर पहुंचे। लोगो को ट्रेन से बाहर निकला गया। इस दौरान मौत का यह नजारा देख हर कोई हैरान था। 

अनुमंडल पदाधिकारी धीरेन्द्र कुमार मिश्रा ने बताया कि चार लोगों की मौत हुई है जबकि लगभग 100 लोग घायल हुए हैं। राहत व बचाव कार्य जारी है। सिविल सर्जन डॉ सुरेश चंद्र सिन्हा ने बताया कि चार लोगों की मौत हुई है जबकि तकरीबन 65 लोग घायल व सात की हालत गम्भीर है। गम्भीर रूप से घायलों को एम्स पटना जबकि अन्य को आसपास के अस्पतालों में भेजा गया है। जिला अग्निशमन पदाधिकारी विनोद कुमार यादव ने बताया कि जैसे ही उनलोगों को इस दुर्घटना की सूचना ब्रह्मपुर थाने में खड़ी उनकी टीम सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंची व राहत बचाव शुरु कर दिया

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