उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि मण्डी समितियां किसानों के कल्याण के लिए बनी हैं न कि व्यापारी कल्याण के लिए। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि हमारा उद्देश्य एवं लक्ष्य है कि किसानों को उनकी उपज का सही दाम मिले और मण्डी की आय में वृद्धि हो। उन्होंने मंडियों में सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने मंडी की आय बढ़ाने हेतु आवश्यक कदम उठाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। मंत्री ने कहा कि आय में सर्वाधिक वृद्धि करने वाली मंडियों में प्रथम को 51000 रुपए, द्वितीय को 31000 रुपए तथा तृतीय को 21000 प्रोत्साहन राशि देने के साथ ही संबंधित सचिव का इंक्रीमेंट बढ़ाया जाएगा। उन्होंने सफाई व्यवस्था में भी प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली मंडियों को भी प्रोत्साहन राशि देने की बात कही। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि सभी सचिव सुनिश्चित करें कि थोक बाजार तथा फुटकर बाजार में सामान के भाव में ज्यादा अंतर न हो। इसके साथ ही उन्होंने विभिन्न विषयों पर चर्चा करते हुए महत्वपूर्ण दिशा निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
बैठक में एमडी मंडी आशीष भटगाई, महाप्रबंधक निर्मला बिष्ट, महाप्रबंधक विजय कुमार सहित कुमाऊँ की सभी मंडियो के सचिव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।