कोरोनेशन जिला अस्पताल में पीपीपी मोड़ पर संचालित मेडीट्रीना हार्ट सेंटर द्वारा एक दिवसीय कॉर्डिक वर्कशॉप का आयोजन किया गया, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय कॉर्डियोलॉजिस्टों की टीम ने पहले दिन हार्ट संबंधी आधा दर्जन रोगियों की जटिल सर्जरी की जबकि एक दर्जन से अधिक लोगों की जांच कर भविष्य में उनकी भी अस्पताल में सर्जरी के लिये समय नियत किया।
कार्डिक कार्यशाला का शुभारम्भ मेडीट्रीना अस्पताल ग्रुप के चैयरमैन डा. एन. प्रताप कुमार तथा इटली से आये वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. इमद सिवान ने संयुक्त रूप से किया। ग्रुप के चैयरमैन डॉ. एन. प्रताप ने कहा कि राज्य सरकार के साथ पीपीपी मोड़ में संचालित मेडीट्रीना हार्ट सेंटर राज्य सरकार की अपेक्षाओं पर खरा उतरेगा। उन्होंने कुछ माह पूर्व हार्ट सेंटर का शुभारम्भ किये जाने पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत का आभार भी जताया। डॉ. एन. प्रताप ने कहा कि आज की कार्यशाला का शुभारम्भ भी सूबे के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रावत के कर कमलों से किया जाना था लेकिन कर्नाटक विधानसभा चुनाव के प्रचार में जाने के कारण वह उपस्थित नहीं हो सके लेकिन उन्होंने मेडीट्रीना की टीम को बेहतर कार्य करने के लिये अपनी शुभकामनाएं दूरभाष से प्रेषित की। इसके लिये मेडीट्रीना ग्रुप की टीम उनका तहेदिल से आभार प्रकट करती है। डा. प्रताप ने बताया कि आज उनकी टीम ने कोरोनेशन जिला अस्पताल में आयोजित कार्डिक कार्यशाला में दिल के मरीजों की जटिल से जटिल (कॉन्प्लेक्स ) सर्जरी के साथ ही पीसीआई कोरोनरी सर्जरी की विभिन्न तकनीकों से इलाज की जानकारी भी अन्य कार्डियोलॉजिस्टों को दी। इस मौके पर लाइव सर्जरी का प्रसारण भी किया गया। मेडीट्रीना ग्रुप के सीओओ प्रवीन तिवारी ने बताया कि अस्पताल समूह की स्थापना ग्रुप चैयरमैन एवं एमडी डॉ. एन. प्रताप ने एक अस्पताल से की थी। वर्तमान में ग्रुप हरियाणा राज्य के फरीदाबाद, पंचकूला, अम्बाला, गुरूग्राम, झारखंड राज्य में जमशेदपुर, केरल में कोल्लम एवं त्रिवेन्द्रम, उत्तराखंड सहित अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मालदीव व केन्या में इंदिरा गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल में अपने हार्ट सेंटर सफलतापूर्वक चला रहा है। उन्होंने बताया देश-विदेश में ग्रुप के विभिन्न अस्पतालों में अब तक 19 हजार से अधिक एंजियोप्लास्टी किये जा चुके हैं।
देहरादून हार्ट यूनिट के स्टेट हेड भावेश मोगा ने बताया कि पिछले एक वर्ष में कोरोनेशन जिला अस्पताल में हार्ट सेंटर द्वारा 11 हजार 749 मरीजों को ओपीडी सेवाएं दी जा चुकी हैं। जबकि 115 मरीजों की जटिल हार्ट सर्जरी, 4 हजार 856 ईसीजी, 3 हजार 63 ईको, 570 टीएमटी, 381 सीएजी तथा 213 एंजियोप्लाटी किये जा चुके हैं। इसके अतिरिक्त आरवीएसके परियोजना के तहत विभिन्न सरकारी अस्पतालों से रैफर 30 मरीजों की सर्जरी भी की जा चुकी है।
कार्यशाला में वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्टों के अलावा देहरादून सेंटर के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. इरफान याकुब बट, डॉ. संदीप मालवीय, कार्डिक सर्जन डॉ. विकास सिंह, एनएसथीसिया डा. सुजीत शाहू सहित देश से विभिन्न राज्यों से आये दो दर्जन से अधिक कार्डियोलॉजिस्ट उपस्थित रहे।