मुख्य सचिव ने कहा कि हिमालयन सांस्कृतिक केंद्र के अंतर्गत रंगमंच, प्रदर्शनी के लिए स्थान और देहरादून में सबसे बड़े सभागार के साथ ही अच्छी पार्किंग सुविधा होने से यह अत्यधिक उपयोगी साबित होगा। उन्होंने कहा कि इसका अधिक से अधिक उपयोग हो सके इसके लिए इसके प्रचार प्रसार पर भी ध्यान दिया जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि संस्कृति विभाग द्वारा हिमालयन सांस्कृतिक केंद्र में ही कलाकारों के लिए वर्कशॉप आयोजित की जाएं। सांस्कृतिक कार्यक्रमों, प्रदर्शनियों आदि के आयोजन के लिए न्यूनतम किराया रखा जाए। उन्होंने कहा कि छात्रों और विद्यालयों के लिए प्रदर्शनी का निशुल्क प्रवेश की व्यवस्था रखी जा सकती है।
मुख्य सचिव ने कहा कि इसके आसपास एक छोटे फूड कोर्ट की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए, जहां पहाड़ी एवं स्थानीय उत्पादों के व्यंजन परोसे जा सकते हैं। इससे स्थानीय उत्पादों को बाजार भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों द्वारा लगाई जाने वाली प्रदर्शनियों को भी यहां आयोजित किए जाने हेतु आकर्षित किया जा सकता है।
इस अवसर पर पूर्व मुख्य सचिव एन. रविशंकर, अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, सचिव हरी चंद्र सेमवाल एवं निदेशक संस्कृति बीना भट्ट उपस्थित थे।